अभियोग की सत्यता की स्विकृति पर दोषसिध्दी

अमोल मालुसरे – मध्यप्रदेश ग्राम न्यायालय नियम  2001 के अधीन  नियम 27  के अनुसार आपराधिक मामलों का विचारण में अभियोग की सत्यता की स्विकृति पर दोषसिध्दी हेतु क्या नियम है?

उत्तर / जानकारी – मध्यप्रदेश ग्राम न्यायालय नियम  2001 के अधीन  नियम 27  के अनुसार

नियम 27.  अभियोग की सत्यता की स्विकृति पर दोषसिध्दी-

1) यदि अभियुक्त स्विकार करता है कि उसने वह अपराध किया है, जिसका कि वह अभियुक्त है, तो उसकी स्वीकृति यथासंभव उसके द्वारा प्रयुक्त शब्दों में लेखबध्द की जाएगी और ग्राम न्यायालय तदनुसार उसे दोषसिध्द कर सकेगा।

 

2)  यदि अभियुक्त दोषी होने का अभिवचन नहीं करता है और यदि अपराध शमनीय है तो ग्राम न्यायालय पक्षकारों के बीच समझौते के लिए प्रयास करेगा।तदुपरि या अन्यथा यदि विचारण के किसी भी प्रक्रम पर न्यायालय को यह समाधान हो जाए कि अपराध का विधिपूर्वक शमन कर लिया गया है तो वह उसे लेखबध्द करेगा और अभियुक्त को दोषमुक्त कर देगा।

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